संपत्ती सोहळा न आवडे मनाला अभंग Lyrics | Sampatti Sohala Na Aavade Manala
नमस्कार या पोस्टमध्ये आपण संपत्ती सोहळा न आवडे मनाला अभंग Lyrics बघणार आहोत.
संपत्ती सोहळा न आवडे मनाला अभंग Lyrics | Marathi
संपत्ती सोहळा न आवडे मनाला|
लागला हा छंद पंढरीचा || धृ ||
जावे पंढरीसी आवडे मनासी |
कधी एकादशी आषाढीची || १ ||
तुका म्हणे ऐसी आर्त ज्याच्या मनी |
त्याची चक्रपाणी वाट पाहे || २ ||
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संपत्ती सोहळा न आवडे मनाला अभंग Lyrics | English
Sampatti Sohalaa Na Aavade Manaalaa |
Laagalaa Haa Chand Pandharichaa || Dhru ||
Jaave Pandharisi Aavade Manaasi |
Kadhi Ekaadashi Aashaadhichi || 1 ||
Tukaa Mhane Esi Aart Jyachya Mani |
Tyaachi Chakrapani Vaat Paahe || 2 ||
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आज या पोस्टमध्ये आपण संपत्ती सोहळा न आवडे मनाला अभंग Lyrics बघितले.
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