लोभ हरीचा लटका गवळण Lyrics | Lobh Haricha Latka Bai Ga
नमस्कार या पोस्टमध्ये आपण लोभ हरीचा लटका गवळण Lyrics बघणार आहोत.
लोभ हरीचा लटका गवळण Lyrics |Marathi
लोभ हरीचा लटका बाई ग || धृ ||
अक्रूर आला घेऊनी गेला
काळजाचा तुकडा |
लोभ हरीचा लटका बाई ग || १ ||
उद्धव सहन घेऊनी गेला
कागदाचा तुकडा |
लोभ हरीचा लटका बाई ग || २ ||
दाशी कुब्ज केली
पठराणी कैसे होईल सुटका
लोभ हरीचा लटका बाई ग || ३ ||
मधम्ह मुनेश्वर स्वामी रमापती
गेला सोडूनी चटका |
लोभ हरीचा लटका बाई ग || ४ ||
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लोभ हरीचा लटका गवळण Lyrics | English
Lobh Harichaa
Latakaa Baai Ga || Dhru ||
Akrur Aalaa Gheuni Gelaa
Kaalajaachaa Tukadaa |
Lobh Harichaa
Latakaa Baai Ga || 1 |
Udhav Sahan Gheuni Gelaa
Kaagdaachaa Tkdaa |
Lobh Harichaa
Latakaa Baai Ga || 2 ||
Daashi Kubji Keli Pathraani
Kaise Hoil Sutakaa |
Lobh Harichaa
Latakaa Baai Ga || 3 ||
MadhmhaMuneshwar Swaami Ramaapati
Gelaa Soduni Chatakaa |
Lobh Harichaa
Latakaa Baai Ga || 4 ||
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या गवळणी पण नक्की वाचा 👇👇👇
- कान्हा रे जाऊदे विकण्या लोणी गवळण
- देवा तुझ्या मुरलीच्या पायी रे
- चोरी झाली तुला बोलण्याची गवळण
- हरी तुझी ऐसी कैसी ही खोड गवळण
आज या पोस्टमध्ये आपण लोभ हरीचा लटका गवळण Lyrics बघितले.
पोस्ट पूर्ण वाचल्याबद्दल खूप खूप धन्यवाद !!!!!
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