श्री पंढरीच्या पतित पावना अभंग | Shree Pandhrichyaa Patit Paavanaa Abhang
नमस्कार या पोस्टमध्ये आपण श्री पंढरीच्या पतित पावना अभंग बघणार आहोत.
श्री पंढरीच्या पतित पावना अभंग
श्री पंढरीशा पतित पावना |
एक विज्ञापना पायांपाशी || १ ||
अनाथा जीवांचा तो काज कैवारी |
ऐसी चराचरी ब्रिदावळी || २ ||
अनिकर ज्यांचे करीशी समाधान |
अभयांचे दान देऊनीया || ३ ||
न सांगता कळे अंतरीचे गुज |
आता तुझी लाज तुझ देवा || ४ ||
तुका म्हणे ची तू खेळे दोन्ही ठायी |
नसेल तो देई धीर मना || ५ ||
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श्री पंढरीच्या पतित पावना अभंग | English
Shree Pandharisghaa Patit Paavanaa |
Ek Vigyaapanaa Paayaanpaashi || 1 ||
Anaatha Jivaanchaa To Kaaj Kaivaari |
Esi CharaaChari BridaaVali || 2 ||
Anikar Jyaanche Karishi Samaadhaan |
Abhayaanche Daan Deuniyaa || 3 ||
Na Sangataa Kale Antariche Guj |
Aataa Tujhi Laaj Tuj Devaa || 4 ||
Tukaa Mhane chi Tu Khele Donhi Thaayi |
Nasel To Dheer Manaa || 5 ||
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आज या पोस्टमध्ये आपण श्री पंढरीच्या पतित पावना अभंग बघितला.
पोस्ट पूर्ण वाचल्याबद्दल खूप खूप धन्यवाद !!!! 🙏🙏🙏🙏
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